प्रत्यावर्ती धारा किसे कहते है या क्या है hindi में प्रत्यावर्ती धारा की परिभाषा क्या है alternating current definition in Hindi – “आवेश प्रवाह की दर या मात्रा विद्युत धारा होता है”
प्रत्यावर्ती धारा या Alternating Current ऐसा विद्युत धारा है जिसमे विद्युत आवेश यानि आवेश का प्रवाह की मात्रा और दिशा और समय के साथ बदलती रहती है
अथवा
प्रत्यावर्ती धारा वह धारा होती है जिसके परिणाम वे दिशा दोनो समय के साथ आवर्ती रूप से लगातार बदलते रहते है
Alternating Current theory in hindi ( प्रत्यावर्ती धारा सिद्धांत)
विद्युत चुंबकीय प्रेरण से जब किसी लूप या कुंडली को चुंबकीय क्षेत्र में angular वेग ω से घूर्णन गति करते है तब फ्लक्स आवेश होने के कारण एक Emf पैदा होता है जिसका मान- V=V₀ Sine ωt जहाँ पर उमेगा कोणीय वेग और t समय है और V₀ =BAउमेगा है इसमें B चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता और A लूप का क्षेत्र है इससे सम्बन्ध धारा यानि प्रत्यावर्ती धारा –
I=I₀ Sine ωt
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प्रत्यावर्ती धारा का इतिहास
प्रत्यावर्ती धारा को सबसे पहले फ्रेंच इंवेनटर Hippolyte Pixii ने 1832 में बनाया वास्तव मे प्रत्यावर्ती धारा उत्पन्न करने बाला Dynamo विद्युत जेनेरेटर जो Faraday के प्रिंसिपल पर आधारित था बाद में निकोला टेस्ला ने प्रत्यावर्ती धारा का विस्तार किया और Induction मोटर और टेस्ला टॉवर जैसी गजब के अविष्कारों से उन्होने दुनिया को अपना नाम बताया
प्रत्यावर्ती धारा की आवृति
प्रत्यावर्ती धारा 1 सेकंड में जितने चक्र पूरे करती है उसे प्रत्यावर्ती धारा की आवृति कहते है आप ऊपर इमेज में देखें यह प्रत्यावर्ती धारा का एक चक्र है इसमें प्रत्यावर्ती वोल्टेज मैक्सिमम होता है फिर शून्य होता है और फिर नेगेटिव में मैक्सिमम होता है जो दर्शाता है कि प्रत्यावर्ती धारा की दिशा बदलती रहती है भारत और एशिया के कई देशों में प्रत्यावर्ती धारा की आवृति 50hz है यानि की 1 सेकंड में 50 चक्र इमेज देखिये 100 बार मान शून्य होता है प्रत्यावर्ती धारा से जब कोई बल्ब जल रहा होता है तब वह 100 बार बुझता है और 100 बार जलता है 1 सेकंड में पर यह क्रिया बहुत तेज होती है इसलिए हम इसे देख नहीं पाते
प्रत्यावर्ती धारा का उपयोग
- छोटे-बड़े सभी कारखानों में चल रही मशीनें सभी प्रत्यावर्ती धारा पर ही आधारित है
- घर में उपयोग होने बाले इंस्ट्रमेंट् वाटर पंप,cooler-fan,led,lcd अन्य t.v,फ्रिज सही Ac से ही चलती है
- Dc स्रोत के लिए भी Ac का होना जरूरी है सिर्फ सेल या अन्य pv सेल को छोड़ दे तो Dc का कोई स्रोत नहीं है तब Ac to Dc converter लगाना पड़ता है जैसे मोबाइल चार्जिंग के लिए
- किचन में फ्रिज,juicer,grinder,microwave oven,Induction कुकर सभी चीज़ों के लिए Ac का उपयोग होता है
- वर्कशॉप में ड्रिल मशीन,कटर अन्य उपकरण प्रत्यावर्ती धारा से ही चलते है
प्रत्यावर्ती धारा लाभ व हानि
लाभ-
- प्रत्यावर्ती धारा ज्यादा खर्चीला यानि नहीं है महंगी नहीं है
- प्रत्यावर्ती धारा को दूर तक आपूर्ति की जा सकती है बिना किसी रुकावट के लिए
- प्रत्यावर्ती धारा को आसानी से उत्पन्न किया जा सकता है
- प्रत्यावर्ती धारा से चलने वाली मोटेर मजबूत, बहुत ठोस व संचालन मे आसान होती है
- प्रत्यावर्ती धारा को दिष्ट धारा मे दिष्टकारी की सहायता से बदला जा सकता है
- प्रत्यावर्ती धारा को उच्च वोल्टता से निम्न वोल्टता मे बदला जा सकता है
हानि-
- प्रत्यावर्ती धारा से विद्युत अपघटय वस्तुओ का अघटन नही कर पाती है
- प्रत्यावर्ती धारा केवल तार के पृष्ठ पर ही बहती है इस प्रत्यावर्ती धारा का skin effact भी कहते है
- प्रत्यावर्ती वोल्टता दिष्ट वोल्टता से कही ज्यादा नुकसान दायक होती है
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