सोलर रेडिएशन सूर्य से आने वाले प्रकाश को ही सोलर रेडिएशन कहते है यह सूर्य के अन्दर होने वाली संलयन अभिक्रिया से उत्पन्न होती है जिस में Helium की क्रिया Hydrogen से होती है जब एक बहुत बड़ा विस्फोट होता है उसमे से बहुत अधिक मात्रा में उष्मा निकलती है जिसे हम सोलर रेडिएशन या विद्युत चुम्बकीय रेडिएशन कहते है यह अभिक्रिया सूर्य के अन्दर निरंतर चलती रहती है
क्यूंकि सूर्य के अन्दर सबसे अधिक मात्रा में Helium और Hydrogen होती है जिसके कारण इसमे लगातार विस्फोट होते रहते है इस सोलर रेडिएशन को पृथ्वी तक पहुँचने में लगभग 8 m 24 s का समय लगता है सूर्य के चारों ओर पृथ्वी एक Elliptical(अंडा के आकार के) पथ पर चक्र लगाती है जब सोलर रेडिएशन पृथ्वी के ऊपरी भाग तक पहुँचती है तो कुछ एनर्जी परावर्तित हो जाती है तथा कुछ ऊर्जा को ओजोन परत अवशोषित कर लेती है तथा ओजोन परत हानिकारक रेडिएशन को पृथ्वी के अन्दर नही आने देती है
सोलर रेडिएशन के कारण प्रथ्वी का Environment(वातावरण) गर्म हो जाता है तथा यह ठंडे क्षेत्र के तापमान को संतुलित करती है तथा सोलर रेडिएशन समुन्द्र पेड़ पोधे ,जीव जन्तु इन सबके लिए बहुत जरुरी है पेड़ पोधे इस सोलर रेडिएशन को अवशोषित करके प्रकाश संश्लेषण की किया करते है जिससे पेड़ पोधे अपना भोजन करते है तथा Oxygen छोड़ते है जिसे सभी जीव जन्तु लेते है या ग्रहण करते है
सूर्य की सतह का ताप मान 5880k व इसकी कौर का तापमान / 107k होता है सूर्य से पृथ्वी पर आने वाली कुल ऊर्जा 1367 W/m ²होती है पर जब यह पृथ्वी पर आती है तो गैस के अणुओ से इस ऊर्जा का कुछ अंश अवशोषित हो जाता है और जब यह पृथ्वी पर पहुँचती है तो इसका मान 1000W/m² होता हैसूर्य से आने वाली redition का 51% हिस्सा पृथ्वी अवशोषित कर लेती है 4% को पृथ्वी की सतह परावर्तित कर देती है व 19% बादल व atmosphere के द्वारा अवशोषित कर ली जाती है, 20% बादल और atmosphere के द्वारा परावर्तित कर दी जाती है 6% atmosphere के द्वारा परावर्तित कर दी जाती है
Irradiance (विकिरण)- किसी सोलर पैनल के किसी क्षेत्र पर पड़ने वाले प्रकाश से उत्पन्न power को Irradiace कहते है
सोलर रेडिएशन एक या असमिति ऊर्जा स्रोत है जो कभी ना ख़त्म होने वाली ऊर्जा है इसका स्रोत समांयतः सूर्य (Sun) होता है सूर्य से आने वाली सोलर रेडिएशन पृथ्वी पर बण्डल के रूप में आती है इन बंडलों में फोटोन होते है जबकि LED बल्ब और CFL भी Photon निकलती है इन फोटोन का उपयोग हम बिजली बनाने के लिए करते है Solar Penal या सोलर प्लेट सूर्य से आने वाले प्रकाश से फोटोन को अवशोषित प्रत्यक्ष DC धारा में Convert(बदल) कर देती है तथा हम इस सोलर रेडिएशन का उपयोग करके एक Solar Water Heating System बना सकते है तथा सोलर ऊर्जा से हम खाना बना सकते है तथा पानी गर्म कर सकते है लेकिन रोटी पक्का सकते
सोलर रेडिएशन तीन प्रकार की होती है इन्हें हम Beam Radiation ,Diffuse Radiation तथा Total Radiation या Global Radiation कहते है
What is Solar Cell
What is Solar Panel
रेडिएशन के प्रकार
किरण रेडिएशन
जब सोलर रेडिएशन पृथ्वी के वातावरण में में आने से पहले उसका कुछ भाग परावर्तित हो कर वापस मुड जाता है जबकि कुछ भाग सीधे पृथ्वी पर आ जाता है जो सोलर रेडिएशन सीधे पृथ्वी पर आती है उन्हें ही Beam Radiation(किरण रेडिएशन ) कहते है इसका उपयोग हम बिजली बनाने में ,पानी गर्म करने में तथा खाना बनाने में करते है यह सोलर रेडिएशन सीधे अपने वस्तु पर ही पडती है
विसरित रेडिएशन
जब सोलर रेडिएशन पृथ्वी के वातावरण में घुसती है तो सोलर रेडिएशन सबसे पहले ओज़ोन परत से होकर गुजरती है तो ओज़ोन परत उस में से हानिकारक radiation (Ultraviolet Radiation) को अवशोषित कर लेती है जबकि कुछ सोलर रेडिएशन वातावरण में मौजूद बादल , धूल के कणों द्वारा परावर्तित(अपने मार्ग से विचलित) हो जाती है जो सोलर रेडिएशन परावर्तित हो जाती है उन्हें Diffuse Radiation (विसरित विकिरण) कहते है
कुल रेडिएशन अथवा ग्लोबल रेडिएशन
ये सोलर रेडिएशन दोनों अभिक्रिया (किरण और विसरित अभिक्रिया)का योग (Sum) होता है जब सूर्य का प्रकाश पृथ्वी की सतह पर ओज़ोन और वातावरण से होता हुआ पड़ता है तो सोलर रेडिएशन का कुछ भाग सीधे तथा कुछ भाग परावर्तित हो कर पृथ्वी पर पहुँचता है तो हम इसे कुल रेडिएशन कहते है जब इसे पृथ्वी की सतह से measure करते है तो इसे Irradiation कहते है जब इसे Horizontal से measure करते है तो इसे Global Radiation कहते है
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