ऑटोमोबाइल में Cooling System Air और Water liquid cooling System
सभी Automobiles में Cooling system बहुत बड़ा Role Play करता है। सभी Automobiles को Cooling system की जरूरत होती है अपने Engine को Run करने के लिए आज के टाईम में लगभग सभी Engine में Internal Combustion होता है। जिससे During Combustion जो Heat Produce होता है वो Engine Cylinder के अंदर ही Produce होती है।
जब Cylinder के अंदर Heat Produce होती है तब वो engine cylinder के Temperature को भी Increase करती है। Engine और Engine Cylinder के अंदर जो Total Heat Produce होती है , वो सभी Usefull Work में Convert नहीं होती । कुछ Heat Useful होती है और कुछ Heat Waste Form में Engine से बहार निकल जाती है Exhaust के Through।
But बाकी बची हुई Heat Engine के अंदर Temperature Increase करने का काम करती है। Engine में ज्यादा Heat Produce होने के कारण Engine की Thermal Efficiency कम हो जाती है।
Extra Heat जिससे Temperature बढ़ता है। उसको Engine या Automobile से बहार निकालना बहुत जरूरी होता है नहीं तो वो Engine के Performance को Decrease करती है। देखा जाए तो लगभगI 30% heat ही है जो Mechanical Work में Covert होती है।
लगभग 40% Heat है जो Engine से Exhaust के Through बहार निकल जाती है। बाकी की बची हुई 30% Heat Engine में Temperature को Increase करती है और उसे Waste Heat भी कहते हैं। क्योंकि वो Heat हमारे किसी काम की नहीं होती है।
Engine के Temperature को Maintain रखने के लिए हमको Proper Cooling System चाहिए जो Engine के Temperature को Maintain रखे During Process और बड़े हुए Temperature को कम करें Certain Limits तक।
यहाँ कुछ Methods को Use किया जाता है Excess Heat को Engine Cylinder से बहार निकालने के लिए उसे Simple Language में Cooling System of Automobile कहते हैं।
Cooling System of Automobile दो प्रकार के होते है। जो Excess Heat को Engine Cylinder से बहार निकालते है। और Temperature को Certain Limits तक कम करते हैं। जिससे Engine का Performance बढ़ता है और Efficiency भी।
- Air Cooling System
- Water or Liquid Cooling System
Air Cooling System
सबसे पहले हम Air Cooling System को समझेंगे Automobile में कैसे काम करता है।
Air Cooling System ज्यादातर Small Engines में Use किया जाता है। Heat Dissipate करने के लिए।
Air Cooling System को Motorcycles , Scooters and Aeroplanes etc. में Use किया जाता है। इस System में Heat Directly Dissipate होती है Atmosphere में।
इस System में Fins का Use किया जाता है Cylinder Walls और Cylinder Heads पर , Fins का use करने से surface area भी बड़ता है जिससे जायदा heat बहार निकलती है। Fins Engine Cylinder से Heat को बहार निकालने का काम करती है। Engine Cylinder के अंदर Generated Heat Conduct होती है Fins से और फिर जैसे ही air Flow होती है Fins के ऊपर से Heat Dissipate हो जाती है atmosphere में।
Cooling System में Fins के Material की Thermal Conducting जितनी अच्छी होगी Heat Dissipate उतना ज्यादा होगा।
Air Cooled System में Leakage नहीं होता है। इस System को Cold Climates में भी Use किया जाता है। इस Cooling System को सिर्फ उसी Engine में Use किया जाता है जो Directly Expose to Air होता है। यह Cooling System Comparatively Less Efficient होता है।
Water Cooling System
इस Water cooling System में Water हमारा medium होता है Heat Dissipate करने के लिए Cylinder Engine से Atmosphere में। Water Cooling System Cars , Buses , Trucks etc. के Engines में Use किया जाता है।
Water Cooling System में Use होने वाले Components
Radiator
Water Pump
Thermal Valve
Water Jackets
Radiator दो Tanks के बीच में लगा होता है। Upper Tank और Lower Tank , Radiator के Through Water Upper Tank से Lower Tank में जाता है।
Water Pump , Water को Circulate करने के लिए Use होता है System में।
Water Jackets Cylinder के Around लगी हुई होती है जिससे वो Cylinder को Cool रख सके और tempareture को maintain कर सके।
Thermostat Valve , Water Flow को Prevent करता है Engine से Radiator तक।
Water Cooling System Uniform Cooling देता है Engine Cylinder में।
Water Cooling System , Water Supply पर Depend करता है।
Water Cooling System Costly होता है क्योंकि इसमें No. Of Parts या number of components ज्यादा Require होते हैं cooling System में।
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