सतह रसायन या पृष्टीय रसायन रसायन विज्ञान की वह शाखा जिसमें ठोसों की सतह की गुणों का अध्ययन किया जाता है
अधिशोषण क्या है
जब किसी ठोस की सतह के संपर्क में कोई दूसरी सतह या पदार्थ ,प्रावस्था आती है तब वह सतह उसके कणों जैसे उसके आयन,परमाणु को आकर्षित कर ले और सतह पर ही रहने दे इसे अधिशोषण कहते है इंग्लिश में अधिशोषण को Adsorption कहते है
अधिशोष्य की परिभाषा
जो पदार्थ या कण ठोस की सतह आ जाते है उन्हें अधिशोष्य कहते है जिसे इंग्लिश में adsorbate कहते है
अधिशोषक की परिभाषा
वह ठोस जिसकी सतह पर अधिशोषण होता है उसे अधिशोषक कहते है
अधिशोषण की परिभाषा हमने अन्य किताबों और दूसरी जगह देखी उनमे सभी में कठिन भाषा मे थी शायद ये आपके समझ आ गई होगी हमने कोशिश की है यह रसायन विज्ञान कक्षा 12th का सतह रसायन आपकी समझ आये इसे अपने दोस्तों से शेयर जरूर करें नीचे बटन है
अधिशोषण और अवशोषण में अंतर समझिये उदाहरण से
ये दोनों अलग अलग है अधिशोषण सिर्फ सतह पर होता है और अवशोषण पूरी वस्तु में
यह समझने के लिए उदाहरण है – जैसे मान लीजिए कोई स्पंज का तकिया है उसे आप पानी मे डालते है तो क्या होगा तकिया पूरे पानी को सोख लेगा जिसे अवशोषण कहते है या absorption कहते है
जब किसी धातु को पानी मे डुबाते है तब पानी उसकी सतह पर आ जाता है ये अधिशोषण हो जायेगा
सिलिका जेल जो आपने बहुत सी जगह पर देखी होगी ये अपनी सतह पर नमी को सोख लेती है ये अधिशोषण होता है
उत्प्रेरण क्या है
जब किसी रासायनिक अभिक्रिया के होने की गति तेज़ या मंद हो जाये तो इसे उत्प्रेरण कहते है। english में इसे Catalysis कहते है
उत्प्रेरक
ऐसे पदार्थ को किसी रासायनिक अभिक्रिया के होंने की गति बड़ा या धीमी कर दे उन्हें उत्प्रेरक कहते है। ये दो प्रकार के होते है इंग्लिश में इसे Catalyst कहते है
धनात्मक उत्प्रेरक हो रही रासायनिक अभीक्रिया की गति बड़ा देता है और ऋणात्मक उत्प्रेरक घटा देता है
उदाहरण के लिए KClO3 को गर्म किया जाता है तो यह धीरे और कम मात्रा में ऑक्सिजन देता है और यदि इसमे MnO₂ मिला कर गर्म करें तो यह तेज़ी से ऑक्सिजन देता है यहां पर MnO₂ उत्प्रेरक होता है
उत्प्रेरण के प्रकार
उत्प्रेरण निम्न प्रकार के होते हैं सभी उत्प्रेरण की समझने योग्य परिभाषाएं
धनात्मक उत्प्रेरण Positive Catalysis
जब कोई धनात्मक उत्प्रेरक रासायनिक अभिक्रिया के होने गति को बढ़ा देता है तब ऐसे उत्प्रेरण को धनात्मक उत्प्रेरण कहते हैं
ऋणात्मक उत्प्रेरण या Nigative Catalysis
जब कोई ऋणात्मक उत्प्रेेेरक रासायनिक अभिक्रिया केे होने की गति को धीमा कर देता है तब ऐसे उत्प्रेरण को ऋणात्मक उत्प्रेरण कहते हैं
स्व उत्प्रेरण
जब किसी रासायनिक अभिक्रिया में बना कोई पदार्थ उत्प्रेरण का काम करने लगता है तब उसे स्व उत्प्रेरण कहते हैं
समांगी उत्प्रेरण की परिभाषा
जब उत्प्रेरण ऐसे उत्प्रेरक की वजह से होता है जो अभिकारक की ही प्रावस्था में हो ऐसे उत्प्रेरण को समांगी उत्प्रेरण कहते है। english में इसे Homogeneous Catalysis कहते है
जैसे अभिकारक द्रव है और उत्प्रेरक भी द्रव हो या अभिकारक गैस है और उत्प्रेरक भी गैस हो तब इसे समांगी उत्प्रेरण कहते है
बिष्मांगी उत्प्रेरण की परिभाषा
जब उत्प्रेरण ऐसे उत्प्रेरक से होता है जो रासायनिक अभिक्रिया के अभिकारक की प्रावस्था में नही है जैसे अभिकारक गैस है और उत्प्रेरण द्रव तब विष्मांगी उत्प्रेरण होगा। इंग्लिश में इसे Heterogeneous Catalysis कहते है
एंजाइम उत्प्रेरण
जब किसी रासायनिक अभिक्रिया की गति में परिवर्तन किसी बायोलॉजिकल मॉलिक्यूल की वजह से होता है तब इसे एंजाइम उत्प्रेरण कहते है इंग्लिश में इसे Enzyme Catalysis कहते है
कोलॉइड किसे कहते है
ऐसी अवस्था जिसमें पदार्थ जंतु झिल्ली में विसरित नही होते और फिल्टर पेपर में से हो सकते है कोलॉइड अवस्था कहलाती है थॉमस ग्राहम ने 1861 में ये प्रयोग किये और कोलॉइड के बारे में समझाया था
इनके कणों के आकार 1 से 1000 nm होता है
कोलॉइडी विलियन
कोलॉइडी विलयनों के विलय के कणों के आकार 10 Å से 1000 Å होता है और विलायक के कणों के आकार 1 से 10 Å तक होता है यह एक विषमांगी विलयन होता है।
कोलॉइडी विलयनों के गुण
- कोलॉइडी विलियन टिंडल प्रभाव दर्शाते हैं
- कोलॉइडी विलियन के कारण ब्राउनियन गति करते हैं
- कोलॉइडी विलियन विषमांगी मिश्रण होते हैं
- कण माइक्रोस्कोप में दिखते नहीं है
- फ़िल्टर पेपर से बाहर निकल जाते हैं
- कोलॉइडी विलियन विद्युत उदासीन होते हैं
कोलॉइड अवस्था के उदाहरण
पनीर, आइसक्रीम, मक्खन, दूध, ग्रेफाइट, स्नेहक, पेंट आदि चीजें इस अवस्था में पाई जाती हैं यदि उदाहरण है
सारांश
सतह रसायन में आपने सबसे पहले इसकी परिभाषा देखी फिर अधिशोषण क्या है और अधिशोषण और अवशोषण में अंतर,अधिशोषक क्या है, अधिशोष्य क्या होता है इसके बाद सतह रसायन का दूसरा भाग उत्प्रेरण क्या है एवं इसके प्रकार धनात्मक उत्प्रेरण एवं ऋण आत्मक उत्प्रेरण स्व उत्प्रेरण समांगी उत्प्रेरण एवं विषमांगी उत्प्रेरण एंजाइम उत्प्रेरण आदि की परिभाषाएं फिर सतह रसायन का तीसरा भाग कोलॉइडी अवस्था क्या होती है एवं कोलॉइडी बिलियन की परिभाषा एवं इसकी उदाहरण तथा गुण यह सब आपने इस पेज पर समझा
आशा है यह सतह रसायन जो रसायन विज्ञान कक्षा 12th का फिजिकल केमिस्ट्री का पाठ है जो आपको समझ आ गया होगा इसे शेयर जरूर करें नीचे बटन है और कोई सुझाव या गलती हुई हो उसके लिए नीचे कमेंट करें
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