मैग्नेटिक फ्लक्स क्या है ? इसके गुण
मैग्नेटिक फ्लक्स
आज के इस टॉपिक में हम मैग्नेटिक फ्लक्स के बारे में समझेंगे जिसमे हम देखेंगे की मैग्नेटिक फ्लक्स क्या होता है तथा किस प्रकार किसी दिये गए मैग्नेटिक फील्ड के लिए मैग्नेटिक फ्लक्स की गणना की जा सकती है साथ ही हम यह भी देखेंगे की किसी दिए गए मैग्नेटिक फील्ड के लिए मैग्नेटिक फ्लक्स की गणना करने के लिए कोन कोन से और भी पैरामीटर होते है जिनके मान हमें पता होने चाहिए तथा इसके अलावा हम आज के इस टॉपिक में यह भी देखेंगे की मैग्नेटिक फ्लक्स लाइन के कोन कोन से गुण होते है |
मैग्नेटिक फ्लक्स क्या है ?
किसी भी मैग्नेटिक फील्ड में स्थित किसी तल से उसके लम्बवत गुजरने वाली टोटल बल रेखाओ की संख्या को उस तल से बद्ध मैग्नेटिक फ्लक्स कहते है | इसे ɸ से दर्शाया जाता है तथा मैग्नेटिक फ्लक्स एक अदिश राशी होती है | तथा इसका S. I. मात्रक वेबर ( Weber ) होता है जिसे Wb से दर्शाया जाता है | तथा मैग्नेटिक फ्लक्स को मापने के लिए फ्लक्स मीटर का उपयोग किया जाता है |
या फिर हम इसको ऐसे भी कह सकते है की किसी सतह से गुजरने वाली कुल Magnetic Line of Force उस सतह के लिए उसका फ्लक्स होता है | इसका मतलब है की अगर किसी फील्ड केलिए ɸ वेबर फ्लक्स है तो इसका मतलब हुआ की इस फील्ड के लिए जो नंबर Of लाइन Of force है उसका मान ɸ है | इस प्रकार हम इस मैग्नेटिक फ्लक्स लाइन को कंसीडर करते है तथा फिर इसको Calculate करते है | इसकी सहायता से किसी भी दिए गए Surface Area के लिए उसके मैग्नेटिक बल के प्रभाव की गणना की जा सकती है |
तो अब हम मानते है की कोई सतह है जिसका Surface Area A है तथा उसे ऐसे मैग्नेटिक फील्ड में रखा गया है जिसकी मैग्नेटिक फील्ड डेंसिटी B है तब इस सतह से लम्बवत गुजरने वाला मैग्नेटिक फ्लक्स कुछ इस प्रकार होगा –
ɸ = B . A
अब अगर इस तल के अभिलम्ब से बनने वाला कोण ɵ है तब मैग्नेटिक फ्लक्स इस प्रकार होगा –
ɸ = B . A cosɵ
जहा –
B = मैग्नेटिक फील्ड का Magnitude
A = तल का Surface Area
ɵ = मैग्नेटिक फील्ड लाइन तथा तल के अभिलम्ब के बिच बनने वाला कोण
इसका मान ɵ के मान पर निर्भर करता है अर्थात ɵ के अलग अलग मान के लिए ɸ का मान भी अलग अलग होता है जैसे की जब अगर इस ɵ का मान 0 डिग्री हुआ अर्थात
ɵ = 0
ɸ = B . A cosɵ
ɸ = B . A cos 0
क्योंकि cos 0 = 1 होता है इसलिए
ɸ = B . A
अर्थात इस स्थति में मैग्नेटिक फ्लक्स का मान अधिकतम होगा
अब यदि ɵ = 90 डिग्री हुआ तब इस स्थति में
ɵ = 90
ɸ = B . A cosɵ
ɸ = B . A cos 90
क्योंकि cos 90 = 0 होता है इसलिए
ɸ = B . A . 0
ɸ = 0
अर्थात इस स्थति में चुम्बकीय फ्लक्स का मान 0 ( शून्य ) होगा
इस प्रकार हमने किसी मैग्नेटिक फील्ड में स्थित किसी तल के लिए उसके चुम्बकीय फ्लक्स फ्लक्स का मान क्या होता है तथा इसकी गणना किस प्रकार की जाती है इस बात को समझा अब हम देखते है की इस तल के लिए चुम्बकीय फ्लक्स के कोन कोन से गुण होते है |
मैग्नेटिक फ्लक्स के गुण
1 . मैग्नेटिक फ्लक्स लाइन का यह गुण होता है की ये हमेशा एक Closed Loop बनाती है अर्थात प्रत्येक लाइन एक Closed loop की Form में होती है |
2 . इनका एक गुण यह भी होता है की जब हम किसी चुम्बक के लिये मैग्नेटिक फ्लक्स लाइन को देखते है तो चुम्बक के बाहर यह फ्लक्स लाइन चुम्बक के North पोल से निकलकर चुम्बक के South पोल पर समाप्त होती है अर्थात North पोल से निकलकर South पोल पर जाती है लेकिन इसी चुम्बक के लिए चुम्बक के अन्दर ये फ्लक्स लाइन South पोल से North पोल की ओर जाती है |
3 . इनका एक गुण यह भी होता है कि किसी एक ही मैग्नेटिक फील्ड में उपस्थित किसी तल के लिए कोई भी मैग्नेटिक फ्लक्स लाइन एक दुसरे को कभी नहीं काटती है अर्थात दो फ्लक्स लाइन एक दुसरे को कभी Cross नहीं करती है | क्योंकि अगर कोई भी दो चुम्बकीय लाइन अगर एक दुसरे को काट देती है तो उस कटान बिंदु पर चुम्बकीय क्षेत्र की दो दिशाए प्राप्त होगी जो की संभव नहीं है |
4 . जिस भी स्थान पर चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता अधिक होती है वहा पर चुम्बकीय रेखाओ को पास – पास यानि की सघन क्षेत्र के रूप में दर्शाया जाता है तथा जहा चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता कम होती है वहा पर चुम्बकीय रेखाओ को दूर – दूर यानि की कम रेखाओ के क्षेत्र को दर्शाया जाता है |
5 . दो एक समान मैग्नेटिक फ्लक्स लाइन साइड By साइड ट्रेवल करती है किन्तु एक दुसरे को Repeal करती है |
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