बल आघूर्ण-
किसी बल द्वारा किसी पिंड को किसी अक्ष परितः घुमाने के प्रभाव को उस बल का आघूर्ण कहते हैं
बल आघूर्ण (torque) एक ऐसा बल है जो किसी भी वस्तु को उसकी axis में घूमने में मदद करता है मुख्य रूप से देखा जाए तो यह एक मोड़ने वाला बल है जो किसी भी वस्तु को उसके केंद्र के सामूहिक के इर्द गिर्द घूमने व घुमाने के लिए होता है
बल को अक्ष से अधिक दूरी पर लगाया जाए तो उसका बल आघूर्ण अधिक होगा
बल आघूर्ण का सूत्र-
किसी घुर्णन अक्ष या किसी बिंदु के परितः बल आघूर्ण को बल परिणाम और उस अक्ष या बिंदु से बल की रेखा के बीच लंबवत दूरी के गुणनफल के बराबर होता है
बल आघूर्ण (torque) लंबवत बल के घटक के परिमाण के बराबर होता है जो अक्ष (axis) और बल घटक( component) के बीच की सबसे छोटी दुरी से गुणा किया जाता है
बल आघूर्ण = बल × बलो के बीच के लंबवत दूरी
τ = F× d
जहाँ –
τ = बल आघूर्ण
F = बल
d = दूरी
बल आघूर्ण एक सदिश राशि है
बल आघूर्ण का SI मत्राक न्यूटन मीटर
बल आघूर्ण का विमीय सूत्र – [M⁰L²T⁻²] होता है
(केंद्र का द्रव्यमान) वह बिंदु होती है जिसमे आप बल किसी भी दिशा में लगाते है तो वह उसे उस दिशा में घूमने देता है और रोकता नही है
बल आघूर्ण(torque) को भौतिज्ञ विज्ञान में (physics) में एक बल का क्षण(moment of force) भी कहते है
उदाहरण-
1)जब आप किसी बोतल के ढक्कन को मोड़के खोलते और बंध करते हो वह torque या बल आघूर्ण से होता है
2) जब आप किसी पेंसिल को शार्पनर में शार्प करते को वह भी बल आघूर्ण से होता है
3)दरवाज़ा का खोलना और बंद होना भी बल आघूर्ण से होता है
4) घरो मे गेहूँ पिसने का quern का हत्था कील से दूर लगाया जाता है ताकि quern को घुमाने मे कम जोर लगाना पड़े
5) कुम्हार के चाक को घुमाने के लिए लकड़ी फसाने का गड्ढा चाक की परिधि के पास बनाया जाता है
6) पानी निकालने वाले hand pump का हत्था लम्बा होता है
हमे आशा है आपको बल आघूर्ण इसका मात्रक और सूत्र,विमीय सूत्र आपके समझ में आ गया होगा इसे share करें अपने friends के साथ नीचे बटन है कोई प्रश्न हो तो comment बॉक्स में लिखें
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