इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग और इनकी devices या मशीन दोनों में क्या अंतर है और दोनों किस तरह से अलग है इस पेज इसी की जानकारी है ध्यान से रीड कीजिये
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
1)इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग बिजली के आदान प्रदान के ऊपर काम करता है।
2) इलेक्ट्रिकल devices, इलेक्ट्रिकल machinery,मोटर्स(motors) और उन सब में होने वाली खराबियों के ऊपर काम करता है।
3) इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में हमें सिर्फ current (करंट) कहा उपयोग होता है केसे होता है कितने प्रकार का होता है जैसे direct current, alternating current, voltages या magnetic field इन सब चीजों के ऊपर काम करता है ।
4)electrical engineer का पूरा ध्यान इसमें लगा रहता है वह बिजली कि ऊर्जा को कहा उपयोग कर सकता है जिससे कि कोई फायदा निकले ।
5) इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग पीढ़ी दर पीढ़ी चलती आ रही बिजली जो कि हमें thermal (थर्मल) tidal solar या hydro से मिलती है उसका हम ज्यादा से ज्यादा उत्पादन कैसे करे या किस नए तरीके की खोज करे के बिजली का उत्पादन हो या उत्पादन भड़ जाय ।
6) इलेक्ट्रिकल इंजीनियर इस चीज पे ध्यान देता है कि वह किस तरीके से किसी नई machine को बनाए या किसी मोटर को बनाए जो कि सिर्फ और सिर्फ बिजली से चलता हो ।
7) इलेक्ट्रिकल इंजीनियर यह चीज की भी खोज करते रहते है जिसमें वह electricity को मापने वाले नए नए औजारों को बनाते रहते है जैसे के ammeters, voltmeters and frequency meters आदि।
इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग
1)इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर electrons (इलेक्ट्रॉन्स) के बहाव के ऊपर काम करता है ।
2) इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में semiconductor devices और उनके circuit से जुड़े हुए connections, transistors, bipolar junctions,diodes आदि पे काम करता है।
3) इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में हम circuit में बहने वाले electrons (इलेक्ट्रॉन्स) की knowledge (ज्ञान) और उसके principles electrons की तरफ जो एकाग्र (concentrated) होते है उनके बारे में पढ़ते है ।
4) इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग मे हम उन devices की खोज करते है या ऐसे devices को बनाते हैं जिनमें electrons का flow (बहाव) semiconductors के अंदर हवा के द्वारा या उसके अंदर बने हुए खाली जगह के द्वारा हो जाए ।
5)इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के साथ मिलके काम करते है जिससे कि वह नए नए electromagnetic devices और electronic transistors, circuits boards, chips आदि का इस्तमाल करते है।
6) इलेक्ट्रॉनिक्स engineering में हमें सेमीकंडक्टर devices ,solid state physics, linear electronics, और आज कल उपयोग होने वाली डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स ,embedded system आदि के बारे में पढ़ाया जाता है ।
डिवाइस के आधार पर अंतर
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग में युक्तियों या devices के आधार पर कैसे अलग है दोनों कैसे अलग तरीके से काम करती है रीड कीजिये
Electrical Devices
1) जो devices इलेक्ट्रिकल energy से चलते है वो इलेक्ट्रिकल devices कहलाते है !
2) electric और electrical दोनों ही बिजली की शारीरिक (physical) अंग बताते है जैसे कि electric motors,electric guitar आदि !
3) electrical device बिजली की ऊर्जा लेके किसी भी electronic conductor के या transformer के अंदर से होकर गुजरती है तो उनके अन्दर electrons का बहाव चालू हो जाता है और इस प्रकार फिर वह machine काम करने लगती है बिजली के द्वारा !
Electronics Devices
जिन devices के अन्दर electronic flow (बहाव) पे कंट्रोल (control) हो जाता है किसी कार्य को करते समय उसे electronics device कहते है !
2) electronic device के अन्दर छोटे छोटे जटिल अंग लगे होते है जो कि बिजली का उपयोग करते है जैसे कि semi conductor,micro chips etc
3) आज के समय में electronics का उपयोग दिन पे दिन बढ़ता ही जा रहा है जिसमें computer में electronics का उपयोग सबसे ज्यादा होता है जैसे के e-mail का मतलब electronic mail होता है ! और e-gov का मतलब electronic government होता है !
Conclusion :-
Electronics electrical का ही एक बहुत बड़ा हिस्सा होता है जब भी हम किसी भी electrical machine या किसी भी electrical समान के अन्दर से बिजली को बेझते है तो उसके अंदर electrons का बहाव चालू होता है जिससे कि वह machine या सामान अपना काम कर पाते है अर्थात चल पाते है क्युकी electrons के चलने या अपनी जगह से हिलने की वजह से ही गर्मी निकलती है और वही गर्मी electrical energy का काम करती है अर्थात electrons तो हर चीज के अंदर पाए जाते है और electronics का उपयोग भी हर जगह किया जाता है
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